प्रेम प्रसंगों में किसी पर भी (चाहे वह लड़का हो या लड़की) वशीकरण अथवा सम्मोहन का प्रयोगतभी करना चाहिए जब आपका प्रेम सच्चा हो तथा आपकी भावना सामने वाले के प्रति निश्छल हो। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि आप उसके योग्य हो तथा उसे प्रसन्न रख पाएंगे तभी आपको यहां दिए वशीकरण के प्रयोग काम में लेने चाहिए। यदि इनकी सहायता से आप किसी का अहित करने की सोचेंगे तो निश्चय ही आप खुद का अहित करेंगे।
1. स्वयं की जन्मकुंडली में सप्तमेश या सप्तम भाव में विराजमान ग्रह की शांति अवश्य करा लें। इससे न केवल प्रेम प्रसंग वरन अन्य स्थानों पर भी सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
2. अपने प्रेमी या प्रेमिका का मन ही मन ध्यान करते हुए उपरोक्त मंत्र से राधा-कृष्ण की प्रतिमा, तस्वीर या मंदिर में जाकर सच्चे मन से 108 बार भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करें तथा "ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा:" मंत्र का जाप करें। प्रत्येक शुक्रवार नजदीक के किसी भी राधाकृष्ण मंदिर में जाकर उनकी प्रतिमा का दर्शन कर, फूल माला चढ़ाएं तथा मिश्री का भोग लगाएं। आपके प्रेम विवाह में आ रही हर अड़चन शीघ्र ही दूर होगी तथा आपका वैवाहिक जीवन सफलता और शांति से बीतेगा। ध्यान रखें इस उपाय से वशीकरण नहीं होता वरन यह उपाय केवल प्रेम विवाह के निमित्त है।
3. प्रेमी युगल को यथासंभव प्रयास करना चाहिए कि वे दोनों शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन अवश्य मिलें। यदि शुक्रवार के दिन पूर्णिमा हो प्रेमियों के लिए वह दिन अत्यंत शुभ रहता है, इस दिन मिलने से परस्पर प्रेम व आकर्षण बढ़ता है।
4. प्रेम में सफलता पाने के लिए प्रेमी युगल को शनिवार और अमावस्या के दिन नहीं मिलना चाहिए। इन दिनों में मिलने से आपस में किसी भी बात पर विवाद हो सकता है। ये दोनों ही दिन प्रेमियों के बीच झगड़ा तथा नफरत पैदा करते हैं। बहुत संभव है कि आपके प्रेम संबंध ही टूट जाएं।
5. गिफ्ट में कभी भी काले रंग की कोई वस्तु एक-दूसरे को न दें। इससे आपस में दूरियां हो सकती है। लाल, गुलाबी, पीले और सुनहरे पीले रंग की वस्तुओं को उपहार में देना अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है। चाहे तो प्रियतम/प्रेयसी को हीरा भी भेंट कर सकते हैं परन्तु यह काला या नीला नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त एक-दूसरे को नुकीली या काले रंग की कोई वस्तु कभी भी न दें| इससे संबंध खराब होने की संभावना होती है।
प्रेम-विवाह में सफलता के लिए शुक्ल पक्ष में प्राण प्रतिष्ठत असली नेपाली गौरी-शंकर रुद्राक्ष, व्हाइट गोल्ड में धारण करें ।