Product Description
• राहु ग्रह शांति पूजा
राहु ग्रह शांति पूजा के माध्यम से राहु की अशुभता को दूर कर पाएं अनेक प्रकार की मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियों से छुटकारा!
• राहु शांति पूजा के लाभ
राहु शांति पूजा करने से जातक को अपने सभी रोगों से मुक्ति मिलती है।
• सबसे सटीक उपाय
राहु के प्रकोप से बचने के लिए, राहु ग्रह शांति पूजा है सबसे सटीक उपाय।
• अभी करवाएं ऑनलाइन पूजा व अनुष्ठान
अब घर बैठकर करवाएं राहु ग्रह शांति पूजा और इस आसान, सस्ती और सुलभ सेवा का उठाएं लाभ!
राहु ग्रह शांति पूजा
राहु को छाया ग्रह कहा जाता है। कई बार देखा जाता है कि जातक की कुंडली में राहु खराब या अशुभ स्थिति में हो तो, जातक को अनेक प्रकार की मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि राहु की अशुभता को दूर करने के लिए राहु शांति पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्रों अनुसार राहु ग्रह को कठोर वाणी, जुआ, यात्राएँ, चोरी, दुष्ट कर्म, त्वचा के रोग, धार्मिक यात्राएँ, धोखेबाज़ी, आदि का प्रतीक माना जाता है। यह अधार्मिक व्यक्ति, निर्वासित, कठोर भाषणकर्त्ताओं, झूठी बातें करने वाले, मलिन लोगों का द्योतक भी होता है। इसके दुष्प्रभाव से जातक को पेट में अल्सर, हड्डियों और स्थानांतरगमन की समस्याएं आती हैं। राहु व्यक्ति के शक्तिवर्धन, शत्रुओं को मित्र बनाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक होता है। बौद्ध धर्म में भी, राहु को क्रोध देवताओं में से एक माना गया है।
पूजा की संपूर्ण जानकारी और विधि
राहु शांति पूजा के लाभ
• काला जादू, तंत्र, टोना, आदि का प्रभाव कम हो जाता है।
• जीवन में अचानक घटित होने वाली परेशानियों से निजात मिलती है।
• राहु शांति पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है।
• घर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और कामकाज में भी अच्छा धन-लाभ होता है।
• मानसिक शांति मिलती है, शत्रुओं से बचाव होता है, साथ ही भय भी दूर हो जाता है।
राहु ग्रह की पूजा में सर्वोपरि है वैदिक मंत्र
राहु ग्रह की पूजा वैदिक मंत्रों के साथ पारंपरिक 18000 हजार मंत्रों का जप करने के साथ षोडशोपचार चरणों के साथ की जाती है। पूजा में “होमा” (हवन) अनुष्ठान भी शामिल है। जिसमें घी, तिल, जौ और भगवान सूर्य से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री व सूर्यादि संख्याओं के मंत्र का पाठ करते हुए, अग्नि को अर्पित की जाएगी। जातक की जन्म कुंडली में ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए यज्ञ एक महत्वपूर्ण उपाय है। अधिकतम सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए, वैदिक पूजा सबसे अच्छे मुहूर्त के अनुसार ही करनी चाहिए ।
राहु ग्रह शांति पूजन का महत्व
राहु ग्रह शांति पूजा व अनुष्ठान को कराने से, जातक के सभी महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होते हैं। इस पूजा के प्रभाव से उनके जितने भी रुके हुए काम है, वो पूरे हो जाते हैं। शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं। राहु का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है तथा व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।
राहु ग्रह शांति पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
• पूजा के दौरान या पूजा के दिन, जातक को केवल और केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
• तामसिक
खान-पान से दूरी बना कर रखें।
• सम्भोग
इत्यादि
क्रियाओं
से परहेज करें।
• इस
दिन
अपने
घर के मंदिर में, घी का एक दीपक अवश्य जलाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. राहु ग्रह से जुड़ी धार्मिक कथा क्या है ?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय स्वरभानु नामक एक असुर ने धोखे से दिव्य अमृत की कुछ बूंदें पी ली थी। जिसे सूर्य देव और चंद्र देव ने पहचान लिया और मोहिनी अवतार में भगवान विष्णु को इस छल के बारे में सूचित किया। स्वरभानु इससे पहले की अमृत को अपने गले से निगल पाता, वहां उपस्थित भगवान विष्णु ने उसका गला अपने सुदर्शन चक्र से काट कर उसके धड़ से अलग कर दिया। परंतु तब तक उसका सिर अमर हो चुका था। इसी सिर ने राहु और धड़ ने केतु ग्रह का रूप लिया, जिसका सूर्य- चंद्रमा से इसी कारण शत्रुता रहती है। इसी द्वेष के चलते छाया ग्रह सूर्य और चंद्र को ग्रहण लगाने का प्रयास करते हैं।
Q2. राहु ग्रह शांति पूजा से क्या लाभ मिलता है ?
इस पूजा को करने से जन्म कुंडली में मौजूद राहु दोष के हानिकारक प्रभाव से जातक को छुटकारा तो मिलता ही है। साथ ही जातक के जीवन में आ रही सभी बाधाओं का अंत भी होता है।
Q3. क्या राहु ग्रह शांति पूजा में मेरी शारीरिक उपस्थिति की आवश्यकता होगी ?
नहीं, इस पूजा अनुष्ठान की यह सबसे अनोखी सुंदरता यह है कि इसके अनुष्ठान के दौरान आप शारीरिक रूप से अन उपस्थित होते हुए भी, इस पूजा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
हमारे विद्वान ज्योतिषियों से बात करें।
Q4. राहु ग्रह शांति पूजन का कुल समय कितना होता है ?
आमतौर पर इस पूजा को करने में लगभग 5 से 6 घंटे लगते हैं।
Q5. राहु ग्रह शांति पूजन का समय कैसे निर्धारित किया जाता है ?
पूजा का समय जातक की जन्म कुंडली अनुसार, शुभ मुहूर्त देखकर तय किया जाएगा।
Q6. इस पूजन को कराने लिए क्या-क्या जानकारी होना अनिवार्य होता है ?
इस पूजन को कराने के लिए, पुरोहित जी यजमान से पूजा से पहले से कुछ जानकारी लेते हैं। जो इस प्रकार है:-
• पूरा नाम
• गोत्र
• वर्तमान शहर सहित राज्य, देश, आदि।
• पूजा करने का उद्देश्य - आप पूजा क्यों कर रहे हैं?
Q7. राहु ग्रह शांति पूजा कैसे होगी?
राहु ग्रह शांति पूजा हेतु, किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से सहायता लेते हुए online पूजा का विवरण पूजा कराने वाले यजमान (जातक) को दिया जाएगा और आपकी पूजा को एक विशेष पंडित जी को सौंपा जाएगा और उसका शुभ निर्धारित समय जातक को दिया जाएगा। नामित पंडित जी एक समय में केवल एक पूजा करेंगे। पूजा से पहले पंडित जी या आचार्य जी आपके व आपके परिवार का विवरण प्राप्त करेंगे और उसके बाद ही संकल्प या पूजा के लिए उद्देश्य के साथ पूजा की शुरुआत करेंगे। पूजा शुरू होने से ठीक पहले, आपको एक कॉल लगाया जाएगा ताकि पंडित जी आपको अपने साथ संकल्प पाठ में शामिल कर सकें। यह पूजा की शुरुआत का प्रतीक है।
Q8. राहु ग्रह शांति पूजन की समाप्ति पर क्या होगा ?
पूजा के अंत में, पंडित जी आपको पूजा के दौरान उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा को स्थानांतरित करने के लिए पुनः फ़ोन के जरिए शामिल करेंगे। इस प्रक्रिया को “श्रेया दाना” या “संकल्प पूर्ति” के रूप में जाना जाता है। यह पूजा के अंत का प्रतीक है।
Q9. ऑनलाइन राहु ग्रह शांति पूजा से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए ?
जब पंडित जी पूजा अनुष्ठान कर रहे हो तो, आप “ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहुवे नम:॥” मंत्र का निरंतर जाप कर इस पूजा से उत्तम फल प्राप्त कर सकते हैं।
• Rahu Shanti Pooja
Overcome problems concerning mental, finance, etc. inflicted by the planet Rahu through Rahu Shanti Pooja.
• Benefits of Rahu Shanti Pooja
The Pooja helps in getting rid of all kinds of diseases.
• Exact Remedy
Rahu Shanti Pooja is the best possible solution of not being affected by the negative influence of Rahu.
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Rahu Shanti Pooja
Rahu is also known as the shadow planet. Many times, it is observed that if the planet is in a debilitated state in one’s horoscope, they face physical and mental problems and meet with financial challenges. In this pretext, Rahu Shanti Pooja is performed to get rid of the ill-effects of Rahu. As per the Shastras, the Rahu is considered to be a symbol of harsh speech, gambling, travel, theft, bad deeds, skin diseases, etc. It is also the significator of an irreligious person, the exiled, the hard-hearted speakers, the liars, and the dirty people. Due to its bad effects, a person suffers from ulcers, bone-related problems, etc. Rahu plays a vital role in turning foes into friends. Even in Buddhism, Rahu is considered one of the angry deities.
Benefits of Rahu Shanti Pooja
• Diminish the effect of black magic, Tantra, sorcery, etc.
• Get rid of sudden troubles in life.
• Helpful in giving good health and making free from diseases.
• Peace and prosperity prevail in the family and also, there is financial progress in the business.
• Mental peace and fearlessness.
Vedic Mantra: The Most Important Part of Rahu planet
The Rahu Shanti Pooja is performed with Vedic Mantras reciting traditionally 18000 times and the process of different stages of Shodashopachara. The "Homa" (Havan) is also a part of the worship and items such as ghee, sesame, barley and other sacred materials related to Lord Sun will be offered to Havan while reciting the Mantras of Surya Dev. Yajya is an important remedy to eradicate the bad effects appearing in the horoscope of the concerned person. For obtaining the best favorable results, Vedic Pooja must be performed in the Shubh Muhurat.
Significance of Rahu Shanti Pooja
Several important works get completed by performing Rahu Shanti Pooja and its rituals. Also, it enhances self-confidence and is helpful in getting rid of physical and mental worries.
Rahu Shanti Pooja: Things to be kept in mind
• Take only vegetarian food (Satvik Bhojan) on the day of worship.
• Avoid physical intimacy.
• Light a lamp/Diya filled with ghee at the place of worship in the house.